अनुसूचित जाचत की मचिलाएं और कार्ास्थल: सरकारी एवं चनजी संस्थान ं में सामाचजक गचतशीलता का तुलनात्मक चवश्लेषण राज कमल वमाा1, डॉ लचलत म िन िौधरी2
Keywords:
अनुसूवित जावत, मवहला रोजगार, सामावजक गवतशीलता, आरक्षर् नीवत, काययस्थल समानताAbstract
भारत में अनुसूवित जावत की मवहलाओं की काययस्थल में स्थस्थवत और सामावजक गवतशीलता का अध्ययन एक महत्वपूर्य सामावजक-आवथयक मुद्दा है। प्रस्तुत अध्ययन का उद्द़ेश्य सरकारी और वनजी संस्थानों में अनुसूवित जावत की मवहलाओं की भागीदारी, रोजगार क़े अिसरों, और सामावजक गवतशीलता क़े पैटनय का तुलनात्मक विश्ल़ेषर् करना है। अध्ययन में mixed method methodology का उपयोग करत़े हुए 2015-2017 क़े आंकडों का विश्ल़ेषर् वकया गया है। प्राथवमक ड़ेटा संग्रह क़े वलए संरवित प्रश्नािली का उपयोग वकया गया और वद्वतीयक ड़ेटा NSS, NSSO, और DGE क़े आवधकाररक ररपोटय स़े प्राप्त वकया गया। अध्ययन में यह पररकल्पना की गई है वक सरकारी क्ष़ेत्र में अनुसूवित जावत की मवहलाओं की भागीदारी वनजी क्ष़ेत्र की तुलना में अवधक है। पररर्ामों स़े यह स्पष्ट होता है वक सरकारी संस्थानों में आरक्षर् नीवत क़े कारर् अनुसूवित जावत की मवहलाओं की भागीदारी वनजी क्ष़ेत्र स़े अवधक है, परंतु उच्च पदों पर अभी भी प्रवतवनवधत्व कम है। वनष्कषय में, समाि़ेशी नीवतयों की आिश्यकता पर बल वदया गया है।
