उच्चतर माध्यममक छात्राओं का सशक्ततकरण: पटना, बिहार में एक अध्ययन
Abstract
यह अध्ययन पटना , बिहार में उच्च माध्यममक छात्राओं के सशक्तिकरण को प्रभाविि करने िाले िहुआयामी कारकों की जांच
करिा है। आठ स्कूलों की 320 महहला छात्रों (उम्र 16-18) के साथ ममश्रिि -पद्धति दृक्टटकोण का उपयोग करिे हुए , शोध
सशक्तिकरण और चार पररकक्पपि तनधाारकों के िीच संिंधों की जांच करिा है: गुणित्तापूणा मशक्षा पहुंच , सामाक्जक आश्रथाक
क्स्थति , सामाक्जक समथान नेटिका और पाठ्येिर भागीदारी। मात्रात्मक तनटकर्ा सशक्तिकरण और गुणित्तापूणा मशक्षा
(आर =0.64, पी <0.001), सामाक्जक आश्रथाक क्स्थति (आर =0.48, पी <0.001), और सामाक्जक समथान नेटिका (आर =0.59,
पी <0.001) के िीच महत्िपूणा सकारात्मक सहसंिंधों को प्रकट करिे हैं , क्जसमें पाररिाररक समथान विशेर् रूप से प्रभािशाली
के रूप में उभर रहा है। जिकक समग्र पाठ्येिर भागीदारी ने ममश्रिि पररणाम हदखाए , नेिृत्ि -उन्मुख गतिविश्रधयों ने
सशक्तिकरण के साथ मजिूि संिंध प्रदमशाि ककया (आर =0.57, पी <0.001)। मपटीपल ररग्रेशन विश्लेर्ण ने गुणित्तापूणा
मशक्षा पहुंच , मािृ मशक्षा , पाररिाररक समथान और नेिृत्ि गतिविश्रध भागीदारी िाले एक मॉडल की पहचान की , क्जसने
सशक्तिकरण स्कोर में 63% मभन्निा को समझाया। 40 साक्षात्कारों के गुणात्मक डेटा ने लड़ककयों की एजेंसी और आकांक्षाओं
को विकमसि करने में मािृ मशक्षा , मशक्षक परामशा और महहला रोल मॉडल की महत्िपूणा भूममका पर प्रकाश डाला। तनटकर्ों
से पिा चलिा है कक सशक्तिकरण पहल को शैक्षक्षक पहुंच के साथ -साथ पाररिाररक जुड़ाि , नेिृत्ि विकास और मलगं -उत्तरदायी
मशक्षण प्रथाओं पर जोर देिे हुए िहुआयामी दृक्टटकोण अपनाना चाहहए। यह शोध ककशोर महहला सशक्तिकरण को प्रासंश्रगक
रूप से समझने में योगदान देिा है, क्जसके मलए बिहार के सामाक्जक -सांस्कृतिक पररदृश्य में लड़ककयों के शैक्षक्षक और
व्यक्तिगि विकास को प्रभािी ढंग से समथान देने के मलए क्षेत्रीय -उपयुति माप और हस्िक्षेप रणनीतियों की आिश्यकिा
होिी है।
