छत्तीसगढ़ के कु रुद विकासखंड में ग्रामीण मविलाओ ंके एनीवमया और पोषण स्तर का समाजशास्त्रीय विश्लेषण
Keywords:
सामावजक कारक, आवथभक कारक, सांस्कृ वतक कारक, वशक्षा, स्वास्थ्य सेिाएंAbstract
यह शोध पत्र छत्तीसगढ़ के कु रुद विकासखंड में ग्रामीण मवहलाओं में एनीवमया और पोषण स्तर का समाजशास्त्रीय
विश्लेषण प्रस्तुत करता है, जो वक स्वास्थ्य और पोषण के संदर्भ में एक महत्वपूणभ विषय है। अध्ययन का मुख्य उद्देश्य
मवहलाओं के स्वास्थ्य पर पोषण के प्रर्ाि और एनीवमया के विवर्न्न कारणों का गहन विश्लेषण करना है [1]। इस शोध में
विशेष रूप से यह जांच की गई है वक कै से विवर्न्न सामावजक, आवथभक, और सांस्कृ वतक कारक मवहलाओं के पोषण स्तर
और स्वास्थ्य को प्रर्ावित करते हैं। अध्ययन में प्राप्त आंकडों के आधार पर यह स्पष्ट हुआ है वक वशक्षा का स्तर, स्वास्थ्य
सेिाओं की उपलब्धता , और सामावजक मानदंड जैसे कारक मवहलाओं के पोषण स्तर और एनीवमया की स्थिवत को प्रर्ावित
करते हैं। उदाहरण के वलए, उच्च वशक्षा िाली मवहलाएं अवधक जागरूक होती हैं और बेहतर पोषण संबंधी विकल्ों का
चयन करती हैं। इसके अलािा , स्वास्थ्य सेिाओं की सीवमत पहुंच र्ी मवहलाओं की स्वास्थ्य स्थिवतयों को प्रर्ावित करती है,
वजससे एनीवमया की समस्या और गंर्ीर हो जाती है। इस प्रकार, यह शोध न के िल एनीवमया की समस्या की पहचान करता
है, बस्थि इसके समाधान के वलए विवर्न्न नीवतयों और कायभक्रमों की आिश्यकता की र्ी ओर संके त करता है।
