रायपुर जिले में धान जिपणन संरचना एिं सहकारी संघ का योगदान
Keywords:
रायपुर णजले में धान णवपिन, सहकारी संघों का योगदान, णवपिन चैनल णवश्लेषि, णकसानों की आय और मूल् णनधािरि, णवपिन प्रिाली की चुनौणतयााँ.Abstract
यह अध्ययन रायपुर णजले में धान णवपिन की संरचना, सहकारी संघों की भूणमका और णकसानों के आणर्थिक णहत में उनके योगदान का णवश्लेषि करता है। शोध का मुख्य उद्देश्य णवपिन चैनलों (सरकारी खरीद केंद्र, णनजी व्यापारी और चावल णमलें) की कायिप्रिाली का मूल्ांकन करना, सहकारी संघों द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं का अध्ययन करना और णवपिन प्रिाली में मौजूदा चुनौणतयों को समझना है। अध्ययन में प्रार्थणमक और णद्वतीयक दोनों आंकडों का उपयोग णकया गया है। प्रार्थणमक आंकडे 200 णकसानों, 25 सहकारी संघ अणधकाररयों और 30 व्यापाररयों से एकत्र णकए गए, जबणक णद्वतीयक आंकडे कृणष णवभाग और णजला सहकारी बैंक से प्राप्त हुए। पररिाम बताते हैं णक 2012-13 में 62% धान की खरीद सरकारी केंद्रों द्वारा की गई, जबणक णनजी व्यापाररयों और चावल णमलों का योगदान क्रमशः 30% और 8% र्था। सहकारी संघों ने MSP से अणधक मूल् (1,280 रु./णवंटल) प्रदान णकया, णजससे णकसानों को अणधक लाभ हुआ। बडे णकसानों में 85% ने सहकारी संघों को प्रार्थणमकता दी, जबणक सीमांत णकसानों में त्वररत नकदी जरूरतों के कारि 52% ने णनजी व्यापाररयों को चुना। हालांणक सहकारी संघ आणर्थिक रूप से लाभप्रद हैं, लेणकन णवत्तीय बाधाएं, अपयािप्त बुणनयादी ढांचा और जागरूकता की कमी उनकी कायिप्रिाली को प्रभाणवत करते हैं। इन चुनौणतयों को दूर करने के णलए बुणनयादी ढांचे को मजबूत करने और णकसानों में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है।
