दंतेवाड़ा जिले में मजिलाओ ंऔर बच्च ंके कु पचषण के समाधान और सुपचषण अजियान की िूजमका का समािशास्त्रीय जवश्लेषण
Keywords:
कु पचषण, सामुदाजयक कायणक्रम, मजिलाओ ं का पचषण, बच्च ं का पचषण,सामाजिक-आजथणक कारक.Abstract
इस अध्ययन का उद्देश्य दंतेवाडा जिले में मजिलाओ ं और बच्च ं के कु पचषण की गंभीरता का मूल्ांकन करना और सुपचषण
अजभयान की प्रभावशीलता का जवश्लेषण करना था [1]। अध्ययन में पाया गया जक जिले में मजिलाओ ं और बच्च ं की
कु पचषण दर बहुत ऊँ ची िै, जिसमें 60% से अजिक मजिलाएँ और 45% से अजिक बच्े कु पचजषत पाए गए। सुपचषण
अजभयान ने इस समस्या से जनपटने में मित्वपूणण भूजमका जनभाई, जिससे पचषण िागरूकता बढी और समुदाय कच सशक्त
बनाने में मदद जमली। 70% से अजिक मजिलाओं ने पचषण कायणक्रमचं में भाग जलया, जिससे उनके पचषण ज्ञान और स्वास्थ्य
में सुिार हुआ। इसके अजतररक्त, अध्ययन से यि भी पता चला जक सांस्कृ जतक मान्यताओं में बदलाव आ रिा िै; मजिलाएँ
अब वैज्ञाजनक तथ्च ं के आिार पर अपने आिार का चयन कर रिी िैं, जिससे सामुदाजयक सिभाजगता कच बढावा जमला िै।
अध्ययन जनष्कषण बताते िैं जक कु पचषण से जनपटने के जलए जशक्षा, िागरूकता, और सामुदाजयक सियचग आवश्यक िैं। यि
सुझाव जदया गया िै जक भजवष्य में सरकार कच नीजतगत समथणन और िागरूकता कायणक्रमच ं के माध्यम से इस जदशा में
जनरंतर प्रयास करना चाजिए ताजक कु पचषण की समस्या का समािान िच सके और स्थानीय समुदाय के स्वास्थ्य में सुिार िच
